Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

ये ‘लोग’ हैं!

जितना दूर रहने की कोशिश करोगे इनसे,
उतना ही ये तुम्हारे पीछे पड़ जाएंगे।
ये ‘लोग’ हैं! तुम कुछ न कर सको,
इसीलिए ये बहुत-कुछ कर जाएंगे।

तुम्हें ज़िन्दा न रहने देने के लिए,
ये ख़ुद भी मर जाएंगे।
ये ‘लोग’ हैं! तुम्हें नीचा दिखाने के लिए,
पहले ख़ुद की नज़रों को ऊपर उठाएंगे।

ज़रा-सा भी कुछ बोल दोगे इन्हें,
तो तुम पर “बद्तमीज़” होने का टैग लगाएंगे।
ये ‘लोग’ हैं! शराफ़त का अचार छोड़कर,
दोगलेपन के पापड़ बेलने लग जाएंगे।

गर कुछ करने चलोगे,
तब भी ये अपने ही विचार बताएंगे।
ये ‘लोग’ हैं! तुम कर सको इनके मन की,
इसलिए ये अपने जीवन का सार बताएंगे।

गर न करो कुछ भी,
तब भी ये अपना ज्ञान सुनाएंगे।
ये ‘लोग’ हैं! जानवरों-शैतानों की कैटेगरी में रहकर भी,
ख़ुद को इंसान बताएंगे।

तुम बैठ गए जो शान्ति से,
तो ये तुमसे लड़ जाएंगे।
ये ‘लोग’ हैं दोस्तों! तुम न कर सको आराम,
इसीलिए ये ख़ुद दौड़ लगाएंगे।

– Srishty Bansal

122 Views

You may also like these posts

एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
राजनीति का नाटक
राजनीति का नाटक
Shyam Sundar Subramanian
सफ़र का अंत
सफ़र का अंत
डॉ. एकान्त नेगी
लेखक डॉ अरुण कुमार शास्त्री
लेखक डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
अपने अंदर करुणा रखो आवेश नहीं मेघ की वर्षा से पुष्प खिलते है
Ranjeet kumar patre
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
श्री कृष्ण जन्माष्टमी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
Dr. Harvinder Singh Bakshi
पूनम का चांद
पूनम का चांद
C S Santoshi
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
4162.💐 *पूर्णिका* 💐
4162.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
21 उम्र ढ़ल गई
21 उम्र ढ़ल गई
Dr .Shweta sood 'Madhu'
यूँ अदावतों का सफ़र तय कर रहे हो,
यूँ अदावतों का सफ़र तय कर रहे हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
◆ मेरे संस्मरण...
◆ मेरे संस्मरण...
*प्रणय*
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
कवि रमेशराज
#दोस्त_का_रिश्ता !दुनिया में सबसे कम समझा गया रिश्ता है
#दोस्त_का_रिश्ता !दुनिया में सबसे कम समझा गया रिश्ता है
पूर्वार्थ
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
VINOD CHAUHAN
२९०८/२०२३
२९०८/२०२३
कार्तिक नितिन शर्मा
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
"एकान्त चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
हादसे जिंदगी में मेरे कुछ ऐसे हो गए
हादसे जिंदगी में मेरे कुछ ऐसे हो गए
Shubham Pandey (S P)
"टूट कर बिखर जाउंगी"
रीतू सिंह
चला गया
चला गया
Mahendra Narayan
सूली का दर्द बेहतर
सूली का दर्द बेहतर
Atul "Krishn"
जीवन का त्योहार निराला।
जीवन का त्योहार निराला।
Kumar Kalhans
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
अच्छे कर्म का फल
अच्छे कर्म का फल
Surinder blackpen
बदनाम
बदनाम
Neeraj Agarwal
मेरा डर..
मेरा डर..
हिमांशु Kulshrestha
Loading...