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18 Jun 2024 · 1 min read

ये रात पहली जैसी नहीं

ये रात पहली जैसी नहीं
ये ख्वाब अब सुनहरे नहीं
ये चांद अब मेरा नहीं
ये जहां अब मुक्तसर नहीं
ये दिल अब किसी का नहीं
ये रूह अब रूहानी नहीं

पोइट्री खाखोलिया

4 Likes · 2 Comments · 73 Views
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