ये मोहब्बत राज ना रहती है।
ये मोहब्बत राज ना रहती है।
खुद अपना अंदाज़ बता देती है।।1।।
अहसासे दिल बदल जाते है।
इश्क की जब शुरुवात होती है।।2।।
तसव्वुर का आलम होता है।
चांदनी जैसी फिर रात होती है।।3।।
मुहब्बत हो जानें को केवल।
काफ़ी एक मुलाकात होती है।।4।।
ये जरूरी नहीं कि लब खुले।
इन नज़रों से भी बात होती है।।5।।
यूं तो मुहब्बत की तपिश में।
जिन्दगी सर से पांव जलती है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ