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2 Nov 2021 · 1 min read

ये मेरी मुहब्बत है

तुमको देखते रहना
तुमको सोंचते रहना
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।

तुम्हें न भूल पाना हो
बेवक़्त उलझ जाना हो
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।

ये प्यार का जुनून था
दिल का ये सुकून था
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।

इल्ज़ाम वफ़ा का था
पंचायती फैसला था
ये उनकी फ़ितरत थी
ये उनकी आदत थी।

बस तुम्हें चाहते रहना
तुम्हें ही माँगते रहना
हाँ ये मेरी मुहब्बत है।
हाँ ये मेरी मुहब्बत है।

Abul Hashim Khan
November 01, 2021
5:00PM

Language: Hindi
1 Like · 195 Views
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