ये मेरी मुहब्बत है
तुमको देखते रहना
तुमको सोंचते रहना
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।
तुम्हें न भूल पाना हो
बेवक़्त उलझ जाना हो
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।
ये प्यार का जुनून था
दिल का ये सुकून था
हाँ ये मेरी फ़ितरत थी
हाँ ये मेरी आदत थी।
इल्ज़ाम वफ़ा का था
पंचायती फैसला था
ये उनकी फ़ितरत थी
ये उनकी आदत थी।
बस तुम्हें चाहते रहना
तुम्हें ही माँगते रहना
हाँ ये मेरी मुहब्बत है।
हाँ ये मेरी मुहब्बत है।
Abul Hashim Khan
November 01, 2021
5:00PM