ये मेरा संविधान है…
ये मेरा संविधान है…..ये मेरा संविधान है ।
दुनिया में मिला जिससे मुझे ये सम्मान है ।..ये मेरा संविधान
हक नहीं था है मुझे इस जहां में कभी,
आपने कानों से मैं कुछ भी सुन सकूं,
बंद रहते थे हम अपनी परछाई में,
कभी गलती से उसको न पार कर सकूं ।
हक दिया है मुझे भीम ने सुनने का…..
लिख दिया समानता सबको समान है…ये मेरा संविधान है ।
हक नहीं था मुझे इस जहां में कभी,
अपने जीवा से मैं कुछ भी गा न सकूं,
बंद मुंह में जुबां को दबाते गया,
कभी गलती से जुबां को चला न सकूं ।
हक दिया है मुझे भीम ने कहने का….
लिख दिया स्वतंत्रता सबको समान है…ये मेरा संविधान है ।
हक नहीं था मुझे इस जहां में कभी,
कलम से दो अक्षर भी लिख न सकूं,
बंद थे हम अशिक्षा के घेरे में कहीं,
कभी गलती से शिक्षा को पा न सकूं ।
हक दिया है मुझे भीम ने पढ़ने का…
लिख दिया शिक्षा सबको समान है..ये मेरा संविधान है ।
हक नहीं था मुझे इस जहां में कभी,
खुले आसमां विचरण कर सकूं
मैं नहीं था कहीं न मेरा संसार था,
कभी गलती से किसी को अपना कह न सकूं ।
हक दिया है मुझे भीम ने चलने का….
लिख दिया जीवन सबका समान है…ये मेरा संविधान है ।