ये ज़िंदगी एक अजीब कहानी है !!
यूँ तो सबकी आँखों में पानी है
पर मेरे मन तेरा नहीं कोई सानी है
फिर तू क्यों यूँ बिलख परा आज मेरे मन
जो एक छोटी सी चोट खायी है
देख तो सही एक बार पलट कर, की कितना
खुश नसीब है तू जो, अनायास ही
मुस्कुरा देते है लोग, हँसता देख तुझे
मालूम है मुझे की
ये ज़िन्दगी एक अजीब कहानी है
कभी हंसाती है कभी रुलाती है
ये जीवन एक अज़नबी पहेली है
यहाँ जीतकर भी हार और
हारकर भी जीत मनानी है .
©️ रचना ‘मोहिनी’