Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Apr 2023 · 1 min read

ये कौन

ये कौन ले रहा है जायजा मेरे
कहानी किसने दोहराई है
हमने तो बगावत ना की
फिर किसने उसे उकसाइ हैं।।

ये दौर क्यों इतना अजीब है
चारों तरफ़ हम की शहनाई हैं
सूरज से पूछो तो आग
धरती मीठी शहद की गहराई है।।

बोल चाहे कोई तुम बोलो
बातें ही ज़हर और मिठाई है
लो,दो तुम जो चाहो यहां
बहस करो तो एक लड़ाई है

शाम-सुबह, दिन और रात
रब का बुना एक कढ़ाई हैं
बात वहीं जो बात नहीं
हर एक पर बन आज आई है।।
नितु साह(हुसेना बंगरा) सीवान-बिहार

Language: Hindi
1 Like · 492 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ख्वाबों में मिलना
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
There will be moments in your life when people will ask you,
There will be moments in your life when people will ask you,
पूर्वार्थ
Let love shine bright
Let love shine bright
Monika Arora
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
Sunil Suman
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
सत्य कुमार प्रेमी
अंधेरी रात में भी एक तारा टिमटिमाया है
अंधेरी रात में भी एक तारा टिमटिमाया है
VINOD CHAUHAN
■ कला का केंद्र गला...
■ कला का केंद्र गला...
*प्रणय प्रभात*
"तरबूज"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मात पिता को तुम भूलोगे
मात पिता को तुम भूलोगे
DrLakshman Jha Parimal
इश्क में तेरे
इश्क में तेरे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
वसंत
वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*क्या देखते हो *
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
मंजिल न मिले
मंजिल न मिले
Meera Thakur
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
शेखर सिंह
#मैथिली_हाइकु
#मैथिली_हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कटु दोहे
कटु दोहे
Suryakant Dwivedi
जिंदगी में संतुलन खुद की कमियों को समझने से बना रहता है,
जिंदगी में संतुलन खुद की कमियों को समझने से बना रहता है,
Seema gupta,Alwar
2317.पूर्णिका
2317.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गाँधी जी की लाठी
गाँधी जी की लाठी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चाँद
चाँद
Atul "Krishn"
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
परिवार, घड़ी की सूइयों जैसा होना चाहिए कोई छोटा हो, कोई बड़ा
परिवार, घड़ी की सूइयों जैसा होना चाहिए कोई छोटा हो, कोई बड़ा
ललकार भारद्वाज
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
उसकी सौंपी हुई हर निशानी याद है,
उसकी सौंपी हुई हर निशानी याद है,
Vishal babu (vishu)
Loading...