“ये कैसा जुल्म?”
“ये कैसा जुल्म?”
उनका खिलखिलाकर हँसना
शराब में पानी मिलाने जैसा होता है,
कि पीने वाला मरता नहीं
बस घूँट-घूँट करके जीना होता है।
“ये कैसा जुल्म?”
उनका खिलखिलाकर हँसना
शराब में पानी मिलाने जैसा होता है,
कि पीने वाला मरता नहीं
बस घूँट-घूँट करके जीना होता है।