ना कर गुरुर जिंदगी पर इतना भी
ना कर गुरुर जिंदगी पर इतना भी
ये ऐन वक्त पर एक दिन दगा देगी
तूं मांगेगा दो घड़ी सांस जिंदगी से
ये किसी भी वक्त दामन छुड़ा लेगी
ये ऐन वक्त पे………………..
जिंदगी से हर कोई प्यार करता है
बेवफा है लेकिन एतबार करता है
आईना सच्चाई का हमें दिखा देगी
ये ऐन वक्त पे ……………….
जिंदगी सभी की देर सबेर जानी है
सदा किसकी यहाँ पर जिंदगानी है
भ्रम सबका एक दिन ये मिटा देगी
ये ऐन वक्त पे………………..
ये ज़िंदगी हमारे सब्र की पहचान है
जी लो जी भरके जिंदगी मेहमान है
‘विनोद’दीया सांसों का ये बुझा देगी
ये ऐन वक्त पे ………………..