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30 Jun 2020 · 1 min read

ये आग

ये आग

जून का है महीना
चल रही है लू
पारा है
छियालीस पार
धूप है
झुलसाने वाली
जैसे-तैसे
गुजर जायेगा जून भी
इससे भी अधिक
झुलसाने वाली है
सांप्रदायिक आग
यह आग
सियासतदानों द्वारा
प्रायोजित है
कब होगी शान्त
ये आग

-विनोद सिल्ला ©

Language: Hindi
2 Likes · 207 Views
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