ये आग
ये आग
जून का है महीना
चल रही है लू
पारा है
छियालीस पार
धूप है
झुलसाने वाली
जैसे-तैसे
गुजर जायेगा जून भी
इससे भी अधिक
झुलसाने वाली है
सांप्रदायिक आग
यह आग
सियासतदानों द्वारा
प्रायोजित है
कब होगी शान्त
ये आग
-विनोद सिल्ला ©
ये आग
जून का है महीना
चल रही है लू
पारा है
छियालीस पार
धूप है
झुलसाने वाली
जैसे-तैसे
गुजर जायेगा जून भी
इससे भी अधिक
झुलसाने वाली है
सांप्रदायिक आग
यह आग
सियासतदानों द्वारा
प्रायोजित है
कब होगी शान्त
ये आग
-विनोद सिल्ला ©