!! युवा !!
वो सेहत से समझौता करेगा पर शौक से नही,
वो फौज से समझौता करेगा पर मौज से नही,
न जाने कौन सी मंजिल, कौन सी राह चलेगा,
जान के अनजान बनकर खुद को बर्बाद करेगा,
कर ले तू अपने मन की, होगा तुझे पछताना,
अपने किये हुए को, होगा तुझे झुठलाना,
आगाह कर रहा हूँ, थोड़ा सुधर के चल तू,
भटके हुए राहों पर थोड़ा सम्भल के चल तू,
तेरी बदौलतों से, होगा ये राष्ट्र रौशन,
कर ले तू दूर खुद के, मन की हर एक उलझन ।
!! आकाशवाणी !!