# युवा
हर युवा नहीं होते बिगड़ैल,
उनके दिल में नहीं होता कोई मेल,
नहीं करते अपने पिता को तंग,
रहते हैं, हमेशा उनके संग,
अपनी पॉकेटमनी, नहीं माँगते माँ – बाप से,
करते हैं कुछ काम,
कमा लेते हैं, पॉकेटमनी के लिए कुछ पैसे,
आजकल के युवा हो गए हैं समझदार,
ना करो, इनका कभी तिरस्कार,
आता है इन्हें, अपनी इच्छाओं और खुशियों का गला घोटना,
छोड़ दिया है अब, अपने माँ – बाप की जेब को देखना,
खत्म कर दिते हैं, अपने जीवन के सारे शौक,
लगा लेते हैं, अपने मन पर रोक,
जीवन की हर मुश्किलों को चुपचाप सहन कर लेते हैं,
करके मन कठोर, किसी को कुछ नहीं बताते हैं,
रखते हुए अपने चेहरे पर मुस्कुराहट,
नहीं रखते मन में, किसी के लिए कोई कड़वाहट,
हम युवा है, युवा,
माँगते हैं हरदम, सबके लिए दुआ।
©अंकित अग्रवाल
इंदौर (म.प्र.)