Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 2 min read

युग युवा

बुझे तीर में धार नहीं जंग खाई तलवार में मार नहीं जरुरी नहीं सांसो धड़कन का आदमी इंसान जिन्दा हो
पुतला भो हो सकता है पुतलों के
कदमो की चाल आवाज नहीं आती।।

जिन्दा आदमी उद्देश्यों के आसमान में उड़ता बाज़ अवनि की हद हस्ती मस्ती गरिमा का जाबांज।।

जिसके तरकस के बुझते तीर नहीं जिसके तलवारे जंग नहीं खाती।।

जिसके उद्देश्यों के पथ पर नहीं आती बाधा जिसके पथ पर अंधेरो का रहता नहीं नामो निशान।।

जिसके कदमों की आहट को लेता
समय काल पहचान।।

जिसकी सक्रियता का वर्तमान पीढ़ियों का प्रेरक प्रसंग प्रेरणा का युग में प्रमाण।।

जन्म मृत्यु के मध्य का भेद मिटा
रहता सदा वर्तमान गर चाहो गिनना नाम ।।

थक जाओगे परम् शक्ति सत्ता ईश्वर
की रचना का मानव ईश्वर
का प्रतिनिधि पराक्रम का परम प्रकाश।।

युग मानवता कहती पता नहीं दुनियां खुद उसको चल पड़ा किस पथ पर धरा धन्य युग में कहाँ पड़ाव।।

चलता जाता निष्काम कर्म के पथ पर छड़ भंगुर पल दो पल की सांसो धड़कन के संग अकेला निर्धारित करने एक नया आयाम।।

गुजर जाता जिधर से बूत पुतलो
में आ जाता अपने होने का विश्वाश।।

जड़ को भी चेतन कर देता सृष्टि
सार्थक का मानव कहता कोई महान कोई कहता शूरबीर जाने क्या क्या कहती दुनियां लेकिन निर्मल निर्झर निर्विकार चलता जाता अपनी
धुन में नए जागरण जाग्रति का
सदा वर्तमान।।

जिन्दा हो जागती कब्रों की रूहे शमशान के मुर्द्रे भी जीवित
हो जाते ।

बुझे तीर को देता नई धार जंग लगी तलवारों से भी लड़ता जीवन का संग्राम कभी अतीत नहीं ह्रदय ह्रदय में जीवित का आदर भाव युग तेज का शौर्य सूर्य नित्य निरंतर प्रवाह।।

नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश।।

Language: Hindi
142 Views
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all

You may also like these posts

लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
नए ज़माने की जीवन शैली
नए ज़माने की जीवन शैली
Pushpa Tiwari
* भीम लक्ष्य **
* भीम लक्ष्य **
भूरचन्द जयपाल
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
Sonam Puneet Dubey
"नींद से जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
महुआ फूल की गाथा
महुआ फूल की गाथा
GOVIND UIKEY
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
Dr Archana Gupta
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
अमित
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
Manju sagar
*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां
मां
Dr.Priya Soni Khare
हरा नहीं रहता
हरा नहीं रहता
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
अनंत प्रकृति का नव आगमन
अनंत प्रकृति का नव आगमन
Anant Yadav
बहू
बहू
Buddha Prakash
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
आओ घर चलें
आओ घर चलें
Shekhar Chandra Mitra
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
पूर्वार्थ
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
पंकज परिंदा
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
मोहित शर्मा ज़हन
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हृदय की बेचैनी
हृदय की बेचैनी
Anamika Tiwari 'annpurna '
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Surinder blackpen
Loading...