यारो की याद
ज़हाँ का सबसे ख़ूबसूरत रिश्ता है दोस्ती
जहाँ मे सबसे ज्यादा भरोसेमंद है दोस्ती
मुझ को छोड़कर बाकी दोस्तो की बादशाहत लेकर
क्या कर जाओगे
जो न मिला लक्की फिर से दोस्तो की एकता
बना पाओगे….!!
तुम्हारी दोस्ती की जिंदगी मे,
यह लक्की सिंह बहुत जरूरी है,
हम ही नही होंगे तो, बचपन की यादो को कैसे
दौहराओगे।
बचपन की यादो के सर पर पगड़ी मुझे ही
बांधनी है,
वरना यादो की बारात कैसे निकाल पाओगे।
आ मिलकर दोस्ती का अलफर्जा करते है,
ताकी याद बचपन की बहारे आ जाऐ।
इससे पहले की अपने दोस्ती के तालुक मे,
ओर कई ज्यादा दरारे आ जाऐ
रंजीश की एक आँच, इतनी दूरियो तक पहुच गई
इतनी सी बात बढ़कर कहाँ तक पहुच गई
हम खामोश है की दोस्ती का रिश्ता ओर बिगड न जाऐ
तू खामोश है तो बात यहाँ तक पहुँच गई।
तेरी दोस्ती की आस मे
लक्की सिंह