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15 Jul 2022 · 1 min read

याद

🦚
याद
****
तुम्हारी याद ने आकर हमें जब-जब सताया है ,
उठी हैं दर्द की लहरें हमें जी भर रुलाया है ,
तुम्हारे भी ह्रदय में एक धड़कन बेकरारी है,
तुम्हारी ओर से आती हवाओं ने बताया है ।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🪷🪷🪷

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