Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#17 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
10 Nov 2024 · 1 min read
” याद रहे “
” याद रहे ”
प्रकृति सिर्फ लकीरें देती है,
रंग हमें ही भरना होता है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
·
1 Comment
· 16 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
आपका भविष्य आपके वर्तमान पर निर्भर करता है, क्योंकि जब आप वर
Ravikesh Jha
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
पुरुष नहीं रोए शमशान में भी
Rahul Singh
अ
*प्रणय*
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
कातिल है अंधेरा
Kshma Urmila
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
Anis Shah
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
Suraj kushwaha
सपने
Santosh Shrivastava
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
Dad's Tales of Yore
Natasha Stephen
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हर किसी के लिए मौसम सुहाना नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
ऐसे जीना जिंदगी,
sushil sarna
15, दुनिया
Dr .Shweta sood 'Madhu'
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आज मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023 मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की अष्टमी
Shashi kala vyas
ये खुदा अगर तेरे कलम की स्याही खत्म हो गई है तो मेरा खून लेल
Ranjeet kumar patre
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
वफ़ाओं का सिला कोई नहीं
अरशद रसूल बदायूंनी
दिल यूं ही बे’क़रार लगता है ,
Dr fauzia Naseem shad
भव्य भू भारती
लक्ष्मी सिंह
4179.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहा मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*अभिनंदन डॉक्टर तुम्हें* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
Loading...