याद बहुत आओगे
तुम जो चले गए जिंदगी से मेरी
कसम से याद बहुत आओगे।
तुम्हारे जाने का गम कैसा होगा
जिंदगी भर मुझे तड़पाओगे।।
आये हो तो जाने की ज़िद ना करो
कुछ लम्हे साथ गुजारो तो ज़रा।
ये मिलन की पहली रात है सनम
धीरे से मेरा नाम पुकारो तो ज़रा।।
वादा किया था तुमने साथ निभाने का
क्या ये वादा यूँ ही तोड़ दोगे तुम।
जीना दुश्वार हो जाएगा बिन तुम्हारे
बीच मझधार गर छोड़ दोगे तुम।।
जिंदगी की कश्ती की पतवार हाथों में
जब तुमने संभाली है उम्र भर को।
ना खुद डूबोगे ना डूबने दोगे यकीन है
वादा निभाओगे तमाम उम्र भर को।।
वीर कुमार जैन ‘अकेला’