यादों की यात्रा
पुस्तक का नामः यादों की यात्रा लेखक का नामः डा. ए. पी. जैन
प्रकाशकः कैलाश-ज्योति प्रकाशन
10, सुखदेव नगर, पानीपत-132103
मूल्यः तीन सौ रुपये
प्रथम संस्करणः 2016
आर्य पी.जी. कालेज, पानीपत के भू.पू. प्रधानचार्य डा. ए. पी जैन ने अपनी आत्मकथा पुस्तक रूप में ” यादों की यात्रा ” पेश की है। ये पुस्तक पढ़ने में डायरी जैसी लगती है परन्तु लेखक ने कलम के साथ न्याय किया है। पुस्तक में लेखक मुख्य रूप से अपने दो चेहरें में नज़र आया है प्रथम शिक्षक के रूप में द्वितीय साहित्य सेवा के रूप में । परन्तु लेखक ने अपनी आत्मकथा में आरंभिक जीवन से लेकर विघार्थी , शिशक, प्राचार्य एवं साहित्य सेवा के क्षेत्रों को सामने लाने का प्रयास किया है। इस पुस्तक के कुछ भाग श्री एन. डी. निर्मल ने अपने ” खिलते कमल ” समाचार पत्र में प्रकाशित कर चुके है। इन का हौसला बढाने में डा. कुमार पानीपती, श्री दीप चन्द्र निर्मोही, डा. राणा गन्नौरी , डा. दर्शन लाल आज़ाद, श्री बी. एन. गोयल, श्री कमलेश शर्मा, के अतिरिक्त विधिश्री पवन मनमौजी , डा. राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी, डा. निरंजन सिहं योगमणि आदि ने जैन साहब को आत्मकथा लिखने में अपना पूर्ण सहयोग दिया है। ऐसे में पुस्तक सफल ना हो , ऐसा हो नहीं सकत है।
जैन साहब का जन्म बड़ौत- उत्तर प्रदेश में 25 जून 1943 को हुआ है इन की माता जी का नाम श्रीमती कैलाशवती तथा पिता जी का नाम श्री ज्योति प्रसाद जैन है। ये छः भाई बहन थे। इन की पत्नी श्रीमती शाशि जैन है इन के दो पुत्र अमित तथा अंकित है।
प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर पीएच.डी तक विवरण दिया गया है । शिक्षा गुरुः डा. जी.सी. हैलन का जिक्र किया है। आर्य कालेज से एस.डी. कालेज, एस.डी.कालेज से आर्य कालेज का विवरण दिया है। एन.सी.सी.
ओफिसर का भी जिक्र किया है। आर्य कालेज के अन्य प्राचार्य में संस्थापक प्राचार्य श्री सुन्दर दास मल्हौत्रा , श्री लक्ष्मीदत्त दीक्षित, श्री गिरघारी लाल मित्तल, श्री मदन मोहन शर्मा, श्री आर.एस.वर्मा, श्री एस.सी.जैन, आदि का विवरण देते हुऐ वर्तमान प्राचार्य डा. जगदीश चन्द्र गुप्ता तक का विवरण दिया है।
कालेज के प्राचार्य पद से सेवा निवृत हो कर चौ. देवी लाल मैमोरियल गल्र्स कालेज के प्राचार्य बन गये। लायंस क्लब, अग्रवाल युवा क्लब, भारत विकास परिषद् , अकंन साहित्यिक मंच, जैमिनी अकादमी, हाली पानीपती ट्रस्ट रजि. , हिन्दी प्रचार समिति, हरियाणा साहित्यकार संघ, अदबी मरकज़ , प्रगतिशील लेखक संघ, आदि के बारे में बहुत कुछ लिखा है।
पुस्तक में अनेक चित्रों प्रकाशित किये गये है जो जीवन के विभिन्न रूपों का विवरण देते है
– बीजेन्द्र जैमिनी