यादों की जीवंत यात्रा
तेरे साथ
यथार्थ में
जीवन की यात्रा खत्म पर
सपनों में
यादों की जीवंत यात्रा अभी भी
जारी
बस हर दिन के बाद
जो रात मैं गुजारती हूं
उस रात के बाद
आने वाले दिन को
रात भर
मेरे सपनों में
तेरी यादों की कूची से ही मैं
उसके रंग संवारती हूं
एक एक दिन ऐसे ही
व्यतीत हो रहा है
एक एक रात के भरोसे
पर
सब कुछ खत्म हो जाये
पर यह यकीन कि
तू हर रात मेरे सपनों में
आयेगा
कभी न टूटे
सब कुछ तो टूट गया
पीछे छूट गया
खत्म हो गया
अब यह भी टूट गया तो
अधटूटा दिल पूरा टूट जायेगा
यह फिर एक पल को भी
जिंदा न रह पायेगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001