यादों की किताब
यादों की किताब
हर मोड़ पर, हर कदम पर,
छुपी हैं यादों की बातें,
जैसे पुराने सन्दूकों में बसी,
जिंदगी की सुनहरी रातें।
बचपन की गलियों की यादें,
सूरज की पहली किरण सी,
माँ की ममता, दोस्त की हंसी,
जिन्हें संजोए हैं दिल की गहराई में।
खेल की वो प्यारी धुनें,
जो दिल में बस गईं, जैसे गीत,
पहली साइकिल की सवारी,
वो मासूमियत, वो निश्छल हंसी।
सफलताओं की चमक, विफलताओं का दर्द,
हर अनुभव ने एक रंग भर दिया,
हर खुशी का जश्न, हर ग़म की छाया,
हमारी ज़िंदगी का अनमोल हिस्सा।
पहले प्यार की हसरतें,
आशाओं के झूले पर झूलते सपने,
वो पहली मुलाकात, वो पहली चिट्ठी,
जैसे जीवन की अनगिनत कहानियाँ।
वो संघर्ष, जो हमें मजबूत बनाता,
वो लम्हे, जो हमें सिखाते हैं,
हर गिरावट, हर सफलता,
हमारी आत्मा की गहराई को छूती है।
ज़िंदगी की इस किताब में,
हर पन्ना एक अनमोल कहानी,
यादें बुनती हैं हमारे जीवन की धारा,
हर अनुभव, एक अमूल्य खजाना।
हमारी राहों पर बिखरे ये पल,
जैसे सितारे रात की चादर पर,
हर ख्याल, हर लम्हा, हर याद,
हमारी ज़िंदगी को संवारे, सहेजें।
स्मिता शंकर
सहायक प्राध्यापक ,हिन्दी विभाग
बेंगलुरु-560045