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26 Nov 2024 · 1 min read

यादों की कश्ती में।

यादों की कश्ती में।
कांटों की बस्ती में।
जख्मों को सिलकर हम-
जीते हैं मस्ती में।
-लक्ष्मी सिंह

1 Like · 40 Views
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