यह समय भी गुज़र जाएगा
यह समय भी गुज़र जाएगा
यह समय भी
गुजर जाएगा
वक्त का परिंदा
नया सूरज लाएगा
थक कर हार न जाना
जाना बहुत दूर तुमको
चलते चलते एक दिन
चमकता सितारा बन जायेगा
मझधार में जिन्दगी है तो क्या
नौका डगमगा रही है तो क्या
सब्र रख, उम्मीद रख
संकट का बादल हट जाएगा
फिर नया सूरज आएगा
यह समय भी गुजर जाएगा…
प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
विश्वरीकोर्ड पुरस्कृत कवि
मुम्बई