यह रंगीन मतलबी दुनियां
यह रंगीन मतलबी दुनियां
ये रंगीन मतलबी दुनियां,
चमकीली अँधेरे में झलकती।
कितने हसीन रंगों का बनी है,
मगर मतलबों से संप्रेम रहती।
हर एक चेहरा छूपा कहानी,
पुरानी या नई, सबकी कहानी।
पर सही और गलत के रंग बिखरे,
जीवन के पन्नों पर लिखी कहानी।
भीड़ जिन्हें हंसने को लालचाती,
वो हीरासे मुस्कराती रहती।
मतलब की लालची दुनियां में,
हकीकत की अवाज कहां रहती।
हर कोई भाग रहा है उपरों की और,
सपनों की आशाएं संपालता।
पर मतलब की पीड़ा से जीने वाले,
हकीकत को कभी न समझ पालता।
बलवादी की दुनियां में रहती,
मतलब के चैनल पर बस रहती।
हस्ती की कीमत का ध्यान होता नहीं,
केवल पनपने का ख्वाब रहती।
ये रंगीन मतलबी दुनियां,
छलावे के सिंदूर में सजती।
पर सच्चाई के पत्ते बदले नहीं,
इस मतलब की बनी रहती।
इस रंगीन मतलबी दुनियां में,
हकीकत को तू खोज लेना।
अपने कारणों से आगे बढ़े,
मायाजालों का तू सोच छोड़ देना।
कार्तिक नितिन शर्मा