“यह भी गुजर जाएगा”
“यह भी गुजर जाएगा”
‘मर जाना’ किसी समस्या का हल नहीं। दुनिया में कुछ भी अपरिवर्तनीय नहीं। वक्त भी हमेशा एक जैसा नहीं रहता। दुःख-सुख, मिलन-जुदाई, ये सब धूप-छाँव की तरह आते जाते रहते हैं। हमेशा याद रखना चाहिए इस सूत्र वाक्य को कि- ‘यह भी गुजर जाएगा।’
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति