Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2021 · 1 min read

— यह कैसी विडंबना —

यह कैसी विडंबना है
कैसा यह खौफ्फ्नाक मंजर है
जहाँ सब चीज का होता विनाश
आज क्यूं यह सब का हाल है

रोते बिलखते परिवार का दुःख
देखा न जाए कैसा यह हाल है
क्या से क्या होने लगा देश में
क्यूं सब का घर यूं बेहाल है

जमीन पर हाहाकार हो गया
पाताल भी आकर अब रो गया
नही थम रही आंसूओं की डोर
यह कैसा हुआ सब घनघोर है

किस बात की सजा मिल रही
कैसे यह सब के साथ दगा कर रही
रोक नही सका कोई किसी को
मौत पर बस कफ़न का ही शोर है

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
378 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
सजि गेल अयोध्या धाम
सजि गेल अयोध्या धाम
मनोज कर्ण
लिख सकता हूँ ।।
लिख सकता हूँ ।।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
गुस्सा
गुस्सा
Sûrëkhâ Rãthí
संवेदना जगी तो .. . ....
संवेदना जगी तो .. . ....
Dr.Pratibha Prakash
I lose myself in your love,
I lose myself in your love,
Shweta Chanda
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रामफल मंडल (शहीद)
रामफल मंडल (शहीद)
Shashi Dhar Kumar
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
सुन्दरता।
सुन्दरता।
Anil Mishra Prahari
जीने की ख़्वाहिशों में
जीने की ख़्वाहिशों में
Dr fauzia Naseem shad
"वाकया"
Dr. Kishan tandon kranti
প্রফুল্ল হৃদয় এবং হাস্যোজ্জ্বল চেহারা
প্রফুল্ল হৃদয় এবং হাস্যোজ্জ্বল চেহারা
Sakhawat Jisan
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
ग्वालियर की बात
ग्वालियर की बात
पूर्वार्थ
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
जब जब मुझको हिचकी आने लगती है।
सत्य कुमार प्रेमी
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
Mukesh Kumar Sonkar
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण)
🥗फीका 💦 त्योहार 💥 (नाट्य रूपांतरण)
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
गीत... (आ गया जो भी यहाँ )
गीत... (आ गया जो भी यहाँ )
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
"ये बात बाद की है,
*Author प्रणय प्रभात*
ग़र हो इजाजत
ग़र हो इजाजत
हिमांशु Kulshrestha
हत्या
हत्या
Kshma Urmila
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अब कौन सा रंग बचा साथी
अब कौन सा रंग बचा साथी
Dilip Kumar
अनकही दोस्ती
अनकही दोस्ती
राजेश बन्छोर
नाराज नहीं हूँ मैं   बेसाज नहीं हूँ मैं
नाराज नहीं हूँ मैं बेसाज नहीं हूँ मैं
Priya princess panwar
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
Loading...