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31 May 2022 · 1 min read

यथार्थ और कल्पना

एक कवि की प्रेमिका कभी भी उसके प्रेम का आंकलन नहीं कर सकती
क्योंकि उसकी रचनाएं काल्पनिक है परन्तु
रचना करतें वक्त जीया गया जीवन
पूर्ण यथार्थ है
उस रचना को बेहतरीन बनाने में कोई भी कमी नहीं करता है
इसलिए वह आंकलन नहीं कर सकती कि यथार्थ और कल्पना में कौन श्रेष्ठतम है
शिव प्रताप लोधी

Language: Hindi
140 Views
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