यक्षिणी- 23
अजब
कि कल वे आएंगे
कमर कस कर आएंगे
नया अजायबघर जाएंगे
यक्षिणी के कमरे के पास जाएंगे
यक्षिणी को अपनी लिप्त आंखों में कैद कर
अभौतिक श्रद्धा सुमन चढ़ाएंगे
यक्षिणी से बिल्कुल सटकर
यक्षिणी पर बतियाएंगे
फिर से एकबार यक्षिणी के
कमर-वक्ष के आरोह अवरोहों को अजब ग़ज़ब बताएंगे
और, उसे अपने प्रगतिशील मानकों पर नाप जाएंगे!