Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr MusafiR BaithA
31 Followers
Follow
Report this post
31 Jan 2024 · 1 min read
यक्षिणी-17
कूची कलाकार की
बेतरह केवल कुच पर फिरी
कला सिरफिरी
हरक़त हद की गिरी।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
कविता
Like
Share
54 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr MusafiR BaithA
View all
नये मुहावरे का चाँद
Musafir Baitha
You may also like these posts
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वो इश्क की गली का
साहित्य गौरव
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
तेरा
sheema anmol
” ये आसमां बुलाती है “
ज्योति
तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा
दीपक झा रुद्रा
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
शेखर सिंह
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
पूजन
Rajesh Kumar Kaurav
दोहा- सरस्वती
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कभी जब आपका दीदार होगा
सत्य कुमार प्रेमी
एहसासे- नमी (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
जिन्दगी ने आज फिर रास्ता दिखाया है ।
Ashwini sharma
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
Dr.Pratibha Prakash
3839.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वसन्त
Madhuri mahakash
" बसर "
Dr. Kishan tandon kranti
بن بلاۓ ادھر گئے ہوتے
अरशद रसूल बदायूंनी
🙅नया फ़ार्मूला🙅
*प्रणय*
भारत के बीर सपूत
Dinesh Kumar Gangwar
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*वह महासमर का नायक है, जो दुश्मन से टकराता है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
टूटकर जो बिखर जाते हैं मोती
Sonam Puneet Dubey
मुक्तक
sushil sarna
8. टूटा आईना
Rajeev Dutta
होली के मजे अब कुछ खास नही
Rituraj shivem verma
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
Loading...