Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
181 Followers
Follow
Report this post
13 Mar 2023 · 1 min read
मौत से यारो किसकी यारी है
मौत से यारो किसकी यारी है
ये वो शय जो सबपे भारी है
—महावीर उत्तरांचली
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 557 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
कविता की नदिया बहे
Mahavir Uttranchali
You may also like these posts
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
Khaimsingh Saini
पहाड़ गुस्से में हैं
सोनू हंस
नाहक को।
पंकज परिंदा
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (4)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उनसे मिलने से पहले ही अच्छे थे अपने हालात
Jyoti Roshni
'गाजर' (मनहरण घनाक्षरी)
Godambari Negi
तेरी यादों में ही संसार।
Amber Srivastava
"मौत को दावत"
Dr. Kishan tandon kranti
कतरा कतरा बिखर रहा था ।
अनुराग दीक्षित
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
মন তুমি শুধু শিব বলো (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
Dr fauzia Naseem shad
हार को तिरस्कार ना करें
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
अच्छी नहीं
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अब भी टाइम बचा बहुत है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
Anil Mishra Prahari
देख इंसान कहाँ खड़ा है तू
Adha Deshwal
कलंक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
3048.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोई न सुन सके वह गीत कभी गाया क्या ?
Kanchan Gupta
।।जन्मदिन की बधाइयाँ ।।
Shashi kala vyas
*तोता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
*क्या देखते हो *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यूंही नहीं बनता जीवन में कोई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
यथार्थवादी कविता के रस-तत्त्व +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...