मौत ने की हमसे साज़िश। मौत ने की हमसे साज़िश वो बिन बताये ही आ गयी।। ज़िन्दगी भी मेरी कुछ कम ना थी बताकर ही ना गयी।। ✍✍ताज मोहम्मद✍✍