मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
ज़िंदगी बेदाम होकर रह गई,
जुस्तजू इक आशियाँ की थी मगर,
सुब्ह से बस शाम होकर रह गई.!!
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
ज़िंदगी बेदाम होकर रह गई,
जुस्तजू इक आशियाँ की थी मगर,
सुब्ह से बस शाम होकर रह गई.!!