मोहब्बत
ये जिंदगी है मेरी इसको नगर ना समझो ।
में इश्क़ हूं तुम्हारा मुझे रहगुज़र ना समझो ।
नादान इक हवा के झोखें से डर गये हम ।
उड़ते हुए परिंदे को हमसफ़र ना समझो।
पानी से बह गये है आंसू मेरी आंखों से ।
ये दिल का मामला है इसको नहर ना समझो।
उम्मीद है तुम्हारी अब मुझको जिंदगी में।
ये प्यार का सफर है इसे इल्तिज़ा ना समझो।
Phool gufran