मोदी सोया हुआ है देश का
मोदी सोया हुआ है देश का
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मंदा हाल हो गया है देश का
मोदी सोया हुआ है देश का
झूठ की गठरी खुल गई मोदी
बच्चा बच्चा जान गया देश का
धन माया के लालच ने मारा
काला धन बह है गया देश का
बातों में ही सब्जबाग दिखाया
भूखे पेट सोता इंसान देश का
घूम घूम कर नहीं हुई थकान
कोना कोई ना शेष विदेश का
थूक से कभी नहीं बनते पुल
बेड़ा बह गया कहीं हैं देश का
मजदूर बेफिजूल घुट मर रहा
किसान नित मर रहा देश का
मनसीरत मानव जीवन दुर्लभ
धक्के खा रहा इंसान देश का
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)