Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 1 min read

मै और तुम ( हास्य व्यंग )

तुम राजमहलों की बड़ी रानी हो,
मै झोपड़ी का गरीब बालक हूं।

तुम नदी की मीठी चंचल धारा हो,
मै समुंद्र का केवल खारा पानी हूं।

तुम मृग शावक सी कोमल हो,
मै स्टील से कड़ी कठोर धातु हूं।

तुम पूर्णिमा की चमक चांदनी हो,
मै अमावस्या का घोर अंधेरा हूं।

तुम विश्व सुंदरी से बढ़कर हो,
मै अफ्रीका का काला कलूटा हूं।

तुम अमीरो की वैभव शाला हो,
मै गरीबों की एक मधुशाला हूं।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
5 Likes · 8 Comments · 333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
There are few moments,
There are few moments,
Sakshi Tripathi
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
कुछ करो तो बुरा,कुछ ना करो तो बुरा
Ranjeet kumar patre
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
बड़ी तक़लीफ़ होती है
बड़ी तक़लीफ़ होती है
Davina Amar Thakral
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
आसान बात नहीं हैं,‘विद्यार्थी’ हो जाना
Keshav kishor Kumar
मेरी दुआ है तुझे किसी की बद्दुआ न लगे।
मेरी दुआ है तुझे किसी की बद्दुआ न लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
त्याग
त्याग
Punam Pande
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
*युगपुरुष महाराजा अग्रसेन*
*युगपुरुष महाराजा अग्रसेन*
Ravi Prakash
"हटकर"
Dr. Kishan tandon kranti
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
महिला दिवस विशेष दोहे
महिला दिवस विशेष दोहे
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
विभाजन की विभीषिका
विभाजन की विभीषिका
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कोई कमी जब होती है इंसान में...
कोई कमी जब होती है इंसान में...
Ajit Kumar "Karn"
रिवायत दिल की
रिवायत दिल की
Neelam Sharma
ऊँ गं गणपतये नमः
ऊँ गं गणपतये नमः
Neeraj Agarwal
कितनी प्यारी प्रकृति
कितनी प्यारी प्रकृति
जगदीश लववंशी
Our ability to stay focused on the intellectual or creative
Our ability to stay focused on the intellectual or creative
पूर्वार्थ
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
Subhash Singhai
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
..
..
*प्रणय*
3736.💐 *पूर्णिका* 💐
3736.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
डर  ....
डर ....
sushil sarna
खत लिखना
खत लिखना
surenderpal vaidya
कुछ शब्द
कुछ शब्द
Vivek saswat Shukla
मैं शामिल तुझमें ना सही
मैं शामिल तुझमें ना सही
Madhuyanka Raj
दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा
दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा
Harminder Kaur
Loading...