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3 Jun 2021 · 1 min read

मै इंजीनियर तो हूँ

मैं इंजीनियर तो हूँ पगली
टूटा दिल फिर भी मैं जोड़ नही पाता
तू तो फिरती थी बड़ी डॉक्टर बनी लाडो
मेरे नाम का कांटा तुझसे निकाला नही जाता
तू मुझे संगदिल कहे तो भी ठीक ही है
तेरा हाथ मुझसे तो छुड़ाया नही जाता
तू रूठ जाती है बात बात पर
एक मैं हु जिससे मनाया नही जाता
इंजीनियरी ही क्या सब बेकार है पढ़ा
तू ठीक कहती बुद्धू हू मुझे कुछ भी नही आता

Language: Hindi
1 Like · 233 Views
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