मैथिली साहित्य
मैथिली साहित्य में!
कथ्य आ शिल्प हैय।
देव आ दानव हैय।
मैथिली साहित्य में।
दर्शन आ मर्दन हैय।
आदर आ अनादर हैय।
मैथिली साहित्य में!
राजा आ रानी हैय।
कविता आ कहानी हैय।
मैथिली साहित्य में!
महानता आ अमानवता हैय।
प्रशंसा आ अप्रशंसा हैय।
मैथिली साहित्य में!
प्रेम आ घृणा हैय।
रामा मैथिल आ अमैथिल हैय।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।