मैं हिन्दुस्तानी !
ना हिंदू , ना मुसलमान, ना सिक्ख, ना ईसाई ,
मैं हूँ हिन्दुस्तानी ! हमवतन सब मेरे भाई ,
इंसानियत मेरा ज़मीर ,
नेक- निय्यत मेरा ईमान ,
हुब्बुल-वतनी मेरा जज़्बा ,
क़ौमी- यकजहती मेरी शान ,
तोड़ कर रख देंगे हम !
फ़िरक़ा-परस्ती के हर नापाक भुलावे ,
फोड़ कर रख देंगे हम !
दहश़तगर्दो के हर ख़ौफ़नाक इरादे ,
क़ौम की हिफ़ाज़त में क़ुर्बान हो जाएंगे !
तवारीख़ की एक मिसाल कायम कर जाएंगे !