मैं हिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मादरे वतन,
हिंद की भाषा हूं।
मैं हिन्दी हूं।
भारत माता की बिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मैं हिन्दू की भाषा हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मैथिली,मगही, भोजपुरी की,
मैं माता हिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मैं भारत की,
संपूर्ण भाषा हूं।
मैं हिन्दी हूं।
रेणु, दिनकर, मैथिली की,
मैं माता हूं।
मैं हिन्दी हूं।
बड़ी मिठी भाषा हूं।
मैं हिन्दी हूं।
विश्व में सम्पर्क भाषा हूं।
मैं हिन्दी हूं।
मैं माता हूं।
रामा मै हिन्दी हूं।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।