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21 Apr 2022 · 1 min read

मैं हवा का जमीन पर बहता एक दरिया हूं

जितना आसान लगता है
उतना आसान है नहीं
मैं हवा का
जमीन पर बहता
एक दरिया हूं
मुझे बांधना
रोक पाना या
मेरे साथ साथ बहना
मेरे लिए बंदिशें पैदा करना
मेरी सीमायें निर्धारित करना
मुश्किल ही नहीं
नामुमकिन है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
142 Views
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