*मैं शायर बदनाम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं शायर बदनाम
एक अबोध बालक
पत्थरों को शीशे की सहचरी बना ने का हुनर सीख रहा हूं।
या खुदा करना मदद मैं अंधकार और उजाले में मैत्री देख रहा हूं।
मुझको एहसास है कि ये मुकाबिल तो न हो पाएगा कभी।
फिर भी एक कोशिश है जिसकी वजह ख़ोज रहा हूं।