मैं लौटकर फिर आऊंगा
जैसे अभी सताता हूं तुम्हें,
कल उससे भी ज्यादा सताऊंगा
मजबूरी में जा रहा हूं मैं अभी
वादा है, मैं लौटकर फिर आऊंगा।।
बहुत ही मासूम और प्यारी है तू
मैं जन्नत में भी सबको बताऊंगा
रहा नहीं जायेगा तेरे बिन वहां भी
वादा है, मैं लौटकर फिर आऊंगा।।
कुछ कमी तुम भी महसूस करोगे
शायद तुम्हें तब मैं याद आऊंगा
अक्सर चले जाने पर याद आते है लोग
मैं भी तुम्हें जाने पर ज़्यादा याद आऊंगा।।
याद करेगी जब मुझको तू
मैं तेरी जिंदगी में फिर आऊंगा
साथ हमने बिताए है जो पल
उनको दोबारा जीना मैं भी चाहूंगा।।
बनकर फूल किसी चमन का
फिर तेरे गजरे में लग जाऊंगा
लगा दे चार चांद तेरी सुंदरता को
तेरी जुल्फों को ऐसे सजाऊंगा।।
कुछ और नहीं कर सका तो
इन फिज़ाओं में समा जाऊंगा
छू कर तुझको, बनकर सांसें तेरी
फिर तेरे दिल में उतर जाऊंगा।।
तेरे दिल में ही फिर घर बनाऊंगा
तुझे छोड़कर मैं कहीं न जाऊंगा
मेरा इंतजार करना थोड़ा सा तुम
वादा है, मैं लौटकर फिर आऊंगा।।