Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2016 · 1 min read

मैं यूँ तो “भीष्म प्रतिज्ञ” नहीं !

मैं यूँ तो “भीष्म प्रतिज्ञ” नहीं, जो वचनों पर डटता आता ..
हाँ केशव सी निश्छलता में, ख़ुद को उसके सम्मुख पाता.
है अर्जुन जैसा ध्यान नहीं, जिसने था अविचल मन पाया,
मैं सपनों को बुनता आया, वो लक्ष्यों को धुनता आया .. .

– नीरज चौहान

Language: Hindi
497 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुरक्षित भविष्य
सुरक्षित भविष्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*देह का दबाव*
*देह का दबाव*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देश हमारा
देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
Shashi Dhar Kumar
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"असफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
Ravi Prakash
सम पर रहना
सम पर रहना
Punam Pande
"क्या लिखूं क्या लिखूं"
Yogendra Chaturwedi
अंधेरे का डर
अंधेरे का डर
ruby kumari
जो गुज़र गया
जो गुज़र गया
Dr fauzia Naseem shad
बूँद-बूँद से बनता सागर,
बूँद-बूँद से बनता सागर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
Dr. Man Mohan Krishna
इक्कीसवीं सदी के सपने... / MUSAFIR BAITHA
इक्कीसवीं सदी के सपने... / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
"A Dance of Desires"
Manisha Manjari
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
लक्ष्मी सिंह
मिथ्या इस  संसार में,  अर्थहीन  सम्बंध।
मिथ्या इस संसार में, अर्थहीन सम्बंध।
sushil sarna
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
Jyoti Khari
मायके से लौटा मन
मायके से लौटा मन
Shweta Soni
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr Shweta sood
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जाने दिया
जाने दिया
Kunal Prashant
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
Surinder blackpen
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
कुमार
2951.*पूर्णिका*
2951.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...