“मैं परी ही तो हूँ”
“मैं परी ही तो हूँ”
शीतल सरल सी
सौम्य मनोरम सी
मैं भोर ही तो हूँ…
भौंरों की गुंजन सी
पपीहे की कूक सी
मैं गीत ही तो हूँ…
सोन चिरैया सी
गिल्लू गिलहरी सी
मैं पंछी ही तो हूँ…
श्वेत कमल सी
सूरज मुखी सी
मैं सुमन ही तो हूँ…
सुनहले परों सी
मीठी मुस्कान सी
मैं परी ही तो हूँ…
©निधि…