मेरे अल्फाज याद रखना
जब तुम खुद से दूर कहीं निकल जाओ
जिंदगी की जद्दोजहद में उलझ जाओ
मेरी गुजारिश मेरी फरियाद याद रखना
मैं ना रहूॅ॑ तो मेरे अल्फ़ाज़ याद रखा—-मैं ना रहूॅ॑ तो
मेरे दिल से निकलेंगी ये सदाएं हरदम
तुमको देता रहूंगा यूॅ॑ ही मैं दुआएं हरदम
मेरी दुआ है खुशी मिले हर जगह तुमको
रहो जहां भी रहो आबाद याद रखना—-मैं ना रहूॅ॑ तो
याद रखना एक घरौंदा बनाया था हमने
बड़े ही चाव से संजोया सजाया था हमने
कभी न उजड़ने देना वो प्यारी सी दुनिया
हमने रखी थी जो बुनियाद याद रखना—मैं ना रहूॅ॑ तो
वायदा किया था कुछ बनकर दिखाएंगे
हम भी सफलता का एक तोहफा लाएंगे
सदा किया करते थे आसमां छूने की बातें
चाॅ॑द पर जाएंगे वही संवाद याद रखना—मैं ना रहूॅ॑ तो
सफलता न भी मिले तो हताश ना होना
हौंसला रखना मजबूत विश्वास मत खोना
गिर-गिर के ही सही सफलता पाएंगें कभी
‘V9द’ सा जज्बा वो अंदाज याद रखना–मैं ना रहूॅ॑ तो