मैं नहीं तो कौन
मैं नहीं तो कौन यहां और है ही कौन
मुझसे पूछते हैं कि कैसे लोग दुखी रहते हैं
अब दुःख का कारण यहां मैं नहीं तो कौन
अरे तुम कैसे दुःख का कारण
ये राज़ हमें बताओ
कैसे रखती हो इतना खुश खुद को ये तो बतलाओ
चलो ठीक है अपने दिल का हाल बताती हूं
किसी की ख़ुशी और दुःख की कहानी सुनाती हूं
पता है क्या होता है जीते जी कंधा कोई नहीं देता यहां
मरने के बाद तैयार रहते हैं
आगे बढ़ने की खुशी देखी नहीं जाती
और मरने के बाद बहुत अच्छा रिश्ता था मेरे साथ ये कहते हैं
दुःख का कारण यही समझ आया
कि हां ये आगे बढ़े लेकिन हमसे आगे बढ़ जाए ये बर्दाश्त नहीं करेंगे
और तारीफ़ करेंगे नहीं बुराई करके तुमको रोकेंगे
बस यही दास्तान है इस जीवन की
यहां किसी को क़दर नहीं जज़्बात की
फिर से मन में सवाल आया और फिर से मन को लेकर गए उस तरफ़ जो बोले वो ही बात
चलो आज करते हैं खुद से मुलाकात
खुद को खुश कौन रखेगा और तुमको यहां कौन समझेगा तो जवाब बस यही सुनाई देगा
यहां हैं ही कौन इधर
मैं नहीं तो कौन❤️
रेखा खिंची ✍️✍️