मैं तो महज एक माँ हूँ
मैं तो महज एक माँ हूँ
कहीं छाँव सी
कहीं नाँव सी
मैं तो महज एक माँ हूँ
सुंदर या बदसूरत हूँ
मैं ममता की मूरत हूँ
मैं तो महज एक माँ हूँ
हूँ जगत का सार मैं
स्नेह भरा आधार मैं
मैं तो महज एक माँ हूँ
कद्र कम होने लगी
मैं दुबक रोने लगी
मैं तो महज एक माँ हूँ
दौलत ना छाव की
V9द भूखी हूँ भाव की
मैं तो महज एक माँ हूँ