मैं तो महज इंसान हूँ
मैं तो महज इंसान हूँ
मेरा वजूद क्या है
पानी है कि हवा है
मैं तो महज इंसान हूँ
माटी का पुतला हूँ
घमंड ने कुचला हूँ
मैं तो महज इंसान हूँ
रस्में सब निभाना है
सुख-दुख उठाना है
मैं तो महज इंसान हूँ
मुसाफिर हूँ भटका
मैं सांसो में अटका
मैं तो महज इंसान हूँ
V9द क्या है कमाई
मेरी मौत है सच्चाई
मैं तो महज इंसान हूँ