मैं तेरी हीं हूँ
कैसे यकीन दिलवायुं कि तेरी हीं हूं मै
मेरे कहने पर भी ना माने कि तेरी हीं हूं मै
जो पहले मस्त मोला था
अब तेरी परवाह करती है
अब जो दिल धड़कता है
तुम्हे हीं याद करती है
कभी तो बरसाओ आ के प्रेम की बारिश
तेरे नयनों में खुद को डुबानी है
कैसे यकीन दिलवायुं कि तेरी हीं हूं मै
मेरे कहने पर भी ना माने कि तेरी हीं हूं मै
ये दिल अब चाहती है
तेरे अंग संग रहनी है
मेरे नाम के संग
तेरा नाम जड़ना है
लो अब छोड़ दिया मैंने सब कुछ हीं तुझपर
अब मै , तू नहीं बस हम होना है
कैसे यकीन दिलवायुं कि तेरी हीं हूं मै
मेरे कहने पर भी ना माने कि तेरी हीं हूं मै
किसानपुत्री_शोभा_यादव