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2 May 2024 · 1 min read

मैं जा रहा हूँ………

आज मैं जा रहा हूॅ
कुछ तुम्हारी हसीं
कुछ अपने आसूॅ समेटकर
सागर से दूर ।
हैं आज भी प्यासे अधर
गुजारे जबकि लम्हे बहुत, साथ तेरे
और
दिल से निकले लब्ज कुछ
आ रुके हैं लबो पर आज।
आज मैं जा रहा हूॅ………..

Language: Hindi
80 Views
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