Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।

मैं घर का मेन दरवाजा हूं
हो गया हूं लम्बी उम्र का
फिरभी रंग-पेंट से ताजा हूं।

मुझे बनाने के लिए पहले
मोटे दरख़्त को काटा गया
चीर काल तक उसे सुखाकर
चौखट लायक बनाया गया।
कब्जा-कील-किवाड ठोक कर
मेन जगह मुझे लगाया गया।
शुभ मुहूर्त का छानबीन कर
पूजा पाठ करवाया लोगों ने
वंदनवार चंदन टीका मुझे लगाकर
घर के अंदर तब आया लोगों ने।

कभी कभी लोग कुछ ऐसे आते
ठोकर मार मुझे खुद गिर जाते
अपनी चोट से फर्क न पडता
पर देखकर उनकी चोट को
मन काफी व्यथित हो जाता
अपना क्या?सह जाता हूं दर्द को
घर के बड़े बुजुर्ग सह‌ जाते।

गांव जबार की बात है अलहदा
मौज मस्ती में रहते हैं लोग सदा
जंजीर, किल्ली लगा बरेठा
सो जाते हैं गुडाकेश के जैसा
तब चोर लुटेरों से रक्षा को
सीना तान मैं पहरा करता
घुस न जाए कोई अनाधिकृत
इसका ख्याल मैं सदा ही रखता ।

भिन्न भिन्न दिशा से लोग सब आते
घंटी बजा-बजाकर थक जब जाते
फिर भी किवाड़ खुलवा नहीं पाते
ग़ुस्सा खीज से आतुर होकर
पीटने लगते कुंडी से कीवाड को
जैसे कोई बैंड बाजा बजाता।

घर का कोई जब सदस्य बहकता
मेरा दिल तब खूब धड़कता
होता यदि कोई बांट-बंटवारा
दिल मेरा दहल है जाता
वर्षों की संचित घर का मर्यादा
छिन्न-भिन्न होते देख न पाता
एक गेट के बदले में जब
अनेक गेट घर में लग जाता।

2 Likes · 115 Views
Books from manorath maharaj
View all

You may also like these posts

विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
Phool gufran
उस रब की इबादत का
उस रब की इबादत का
Dr fauzia Naseem shad
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
Shweta Soni
परिवर्तन
परिवर्तन
Neha
नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार
नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार
RAMESH SHARMA
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
Kanchan Khanna
जताने लगते हो
जताने लगते हो
Pratibha Pandey
हम चले थे पथिक बनकर,सैर करने दुनिया की l
हम चले थे पथिक बनकर,सैर करने दुनिया की l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
घर
घर
Slok maurya "umang"
आज का रावण
आज का रावण
Sanjay ' शून्य'
स्वयं से परीक्षा
स्वयं से परीक्षा
Saurabh Agarwal
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
*किसकी है यह भूमि सब ,किसकी कोठी कार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आब त रावणक राज्य अछि  सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
DrLakshman Jha Parimal
मेरी ज़िन्दगी
मेरी ज़िन्दगी
Shailendra Aseem
लगते नये हो
लगते नये हो
Laxmi Narayan Gupta
बलात्कार
बलात्कार
Dr.sima
” सपनों में एक राजकुमार आता था “
” सपनों में एक राजकुमार आता था “
ज्योति
तन पर तन के रंग का,
तन पर तन के रंग का,
sushil sarna
किसी बिस्तर पर ठहरती रातें
किसी बिस्तर पर ठहरती रातें
Shreedhar
बिहारी बाबू
बिहारी बाबू
श्रीहर्ष आचार्य
गरीब हैं लापरवाह नहीं
गरीब हैं लापरवाह नहीं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुक्तक
मुक्तक
Suryakant Dwivedi
अच्छा सुनो,
अच्छा सुनो,
Jyoti Roshni
तलाशता हूँ उस
तलाशता हूँ उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ
Atul "Krishn"
*स्वार्थी दुनिया *
*स्वार्थी दुनिया *
Priyank Upadhyay
प्रेम
प्रेम
Pushpa Tiwari
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
Acharya Shilak Ram
Loading...